तुम्हारा बुलानेवाला विश्वासयोग्य है, और वह ऐसा ही करेगा।

आपको कैसे पता होगा कि ख़ुदा आपको बुला रहा है?
कई बार ख़ुदा लोगों को अनोखे तरीक़ों से बुलाता है: जैसे की मूसा के लिए जलती हुई झाड़ी (निर्गमन ३), दाऊद के लिए एक भविष्यवक्ता (१ शमूएल १६), या मरियम के लिए एक फ़रिश्ता (लूका १:२६-३८) 🤯
मेरे जीवन में सिर्फ़ एक बार ऐसा हुआ जब मैंने ख़ुदा के बुलाहट की आवाज़ सुनी थी। ज़्यादातर वक्त, उनकी बुलाहट इतनी साफ़ और ऊँची नहीं होती हैं। यह कुछ ऐसा है जैसे सपनों, इच्छाओं, अनुभवों और परिस्थितियों का एक संगम हो, जो वचनो और भविष्यवाणियों के शब्दों के माध्यम से पुष्टि किया गया हो और जो शांति और उत्साह के मिले-जुले एहसास के साथ पूरा होता हो।
ठीक इसी तरह ‘चमत्कार हर दिन’ की शुरुआत भारत में हुई। कई सालों तक हमने ‘येशुआ मिनिस्ट्रीज़’, के गीतों के ज़रिये पूरी दुनिया में सुसमाचर फैलाने के लिए सफ़र किया। भले ही हमने अपने सेवा की घटनात्मक प्रकृति का आनंद लिया हो, फिर भी हमें लगातार अनुशासन देने की बढ़ती हुई ख्वाइश महसूस हुई।
ऑनलाइन सेवा की एहमियत हम पर भी उजागर हुई, ख़ासतौर पर कोविड-१९ महामारी के दौरान। फिर जब हमारा बेटा ज़ैक बीमार पड़ा और हमे सफ़र करना मुश्किल हो गया, तो हमने महसूस किया कि हमारे हालात पहले जैसे नहीं रहे।
२०२४ में हमारी मुलाकात जीसस.नेट की टीम से हुई और उन्होंने हमें पुरे दक्षिण एशिया के ‘अ मिरॅकल एव्री डे’ (‘चमत्कार हर दिन’) का लेखक बनने के लिए कहा। हमें महसूस हुआ कि खुदा हमें इस मिनिस्ट्री के साथ साझेदारी की ओर मार्गदर्शन कर रहा था, जो हमारे द्वारा इतने सालो से की जा रही सेवा के साथ पूरी तरह से मिलता-जुलता है।
दोस्त , आओ एक प्रयोग करें। लिखें:
१. आपको क्या लगता है की खुदा की बुलाहट आपके ज़िन्दगी के लिए क्या हैं? अगर आपको पता नहीं हैं, तो कोई बात नहीं।
२. आपके ख़्वाब (जैसे शौक़, संगीत, सफ़र, पढ़ाई, परिवार, पेशा वग़ैरा) क्या है?
३. आपकी प्रतिभाए क्या है?
४. कोई भी भविष्यवाणी के शब्द जो आपको वर्षों से प्राप्त हुए हैं?
५. कोई आयत जो आपको प्रोत्साहित करती हैं और चुनौती देते हैं?
आपने अभी जो लिखा हैं, क्या वो सारे जुड़ते हैं या नहीं ? क्या वो पढ़ कर आपको सुकून और जोश महसूस होता है?
अगर आपने पहला हिस्सा ख़ाली छोड़ा है, तो इस सूचि को देखें। क्या आपको अब ख़ुदा की आवाज़ सुनाई देती है या किसी राह की तरफ़ इशारा मिलता है?
आम तौर पर अपनी बुलाहट को समझना एक सफ़र है, हो सकता है की आपको इसका कोई फ़ौरन खुलासा न मिले। अगर सूचि अधूरी है, तो हौसला रखें कि ख़ुदा नियुक्त समय पर आपको सही रास्ता दिखायेगा।
दोस्त , याद रखें, “तुम्हारा बुलानेवाला विश्वासयोग्य है, और वह ऐसा ही करेगा।” १ थिस्सलुनीकियों ५:२४

