ख़ुदा ख़ुशियों के नगमें गाकर आपके साथ ज़शन मनाता हैं

हो सकता है दुनिया में ऐसे लोग हैं जिन्हें हम कभी मिल नहीं पाएंगे। ऐसे लोग शायद हमसे काफ़ी दूर रहते है या हमारी पहुँच से बाहर हैं। उदाहरण के तौर पर, जब हम मुंबई में रहते थे, तो हम कई बार शाहरुख़ ख़ान के घर के पास से गुज़रते थे, फिर भी हमे कभी उसे मिलने का मौका नहीं मिला। 🤷🏻♂️
अगर देखा जाये तो शायद, इसी हिसाब से, दुनिया को बनानेवाला ख़ुदा भी हमारी पहुँच से बाहर हैं। आखिर एक पवित्र और महान ख़ुदा, हम जैसे साधारण और अपूर्ण इंसानों के लिए क्यों मौज़ूद होगा?
और इसके बावज़ूद…ख़ुदा के दिल की सबसे गहरी ख़्वाहिश हमेशा से यही रही है - और हमेशा रहेगी, उसका हर इंसान के साथ क़रीबी, गहरा और व्यक्तिगत रिश्ता हो - दिल से दिल तक।
सपन्याह ३:१७ कहता है कि ख़ुदा:
- आपके क़रीब हैं।
- आपको बचाना चाहता हैं।
- आप से खुश है।
- आपको डाँटता नहीं है।
- अपने मोहब्बत से सुकून लाता हैं।
- ख़ुशियों के नगमों से आपके साथ ज़शन मनाता हैं।
दोस्त , आप और मैं ख़ुशनसीब है की हम दुनिया के सर्वोत्तम और अव्वल सेलेब्रेटी को जानते हैं: वो हैं हमारे स्वर्गीय पिता।
इस रिश्ते को मुमकिन करने के लिए, ख़ुदा ने बिना हिचकिचाहट अपने इकलौते बेटे को हमारे गुनाहों के लिए क्रूस पर कुर्बान किया।
“क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नष्ट न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।” – यूहन्ना ३:१६
“यीशु ने उससे कहा, “मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता।” – यूहन्ना १४:६
दोस्त , आज ख़ुदा के क़रीब आओ जैसे वो आपके क़रीब आता हैं। अपने हातों को खोलकर यह दुआ करें: “हे स्वर्गीय पिता, मैं आपको क़रीब और व्यक्तिगत रूप से जानना चाहता हूँ; मैं यहाँ हूँ।”

