आपके लिए एक उद्धारक पैदा हुआ है।
आपको क्रिसमस मुबारक़!
आज हम अपने ख़ुदा और उद्धारकर्ता, यीशु मसीह के जन्म का जश्न मना रहे हैं!
फरिश्तों के ज़रिए, उसका जन्म घोषित किया गया था, जिन्होंने कहा:
*"हम तुम्हारे लिए एक बड़ी ख़ुशख़बर लाए हैं। आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिए एक उद्धारकर्ता पैदा हुआ है; वही मसीहा, ख़ुदा है।" – लूका २:१०-११
यीशु मसीह के आगमन का इंतज़ार, हजारों सालों से हो रहा था - अनगिनत भविष्यवाणियाँ, और उसके पैदा होने का एक ख़ास चिन्ह भी था: आसमान में एक नए तारे का चमकना。(मत्ती २:१-१०)
लंबे अरसे से आपेक्षित मसीहा, आख़िरकार यहाँ, असमान के इस पार, इस धरती पर आ ही गया!
लेकिन उसकी माँ, मरियम, के लिए यह महज़ एक शुरुआत थी। हाँ, उसने पवित्र आत्मा के ज़रिए, ख़ुदा के बेटे को जन्म तो दिया, लेकिन अब उसकी परवरिश और रक्षा भी करनी थी। आख़िरकार, यीशु मसीह इस दुनिया में एक असहाय नन्हें बच्चे के रूप में आया।
हमारे लिए भी, क्रिसमस महज़ एक शुरुआत है। हमारे ईमान की बुनियाद इस पर है कि यीशु मसीह ही ख़ुदा हैं, जिसने इंसान का रूप धारण किया और मरियम के पेट से जन्म लिया।
इसके बाद हमें यह क़बुल करना है कि हम हक़ीक़त में उद्धारकर्ता के ज़रूरतमंद हैं और यह मुक़म्मल तब होता है जब हम यीशु मसीह को अपना ख़ुदा और उद्धारकर्ता मानते हैं और मानते हैं कि उसने हमारे गुनाहों की माफ़ी के लिए मौत सही।
*"वह जो ख़ुद ख़ुदा था, उसने अपने फ़ायदे के लिए, ख़ुदा की बराबरी नहीं की, बल्कि अपने आप को शुन्य किया और एक सेवक का रूप धारण करके इंसानी शक्ल में आया। इंसान के रूप में उसने फ़रमाबरदार हो कर अपने आप को मौत तक़ नम्र किया —हाँ, क्रूस की बेहरम मौत तक़।" – फिलिप्पियों २:७-८
इस ज़माने ने क्रिसमस को एक चमकदार त्यौहारों के छुट्टीयों में बदल दिया है—शानदार सजावट, ऊँची आवाज़ के गीत, बेशक़ीमती तोहफ़े और लजीज़ खाने और मिठाइयों के साथ—लेकिन क्रिसमस, सर्वोच्च नम्रता का निशान है और यही इसका असली मतलब है। चरनी के सबसे नम्र जन्म से लेकर क्रूस के सबसे अपमानजनक मौत तक़ का सफ़र。
हम उम्मीद करते हैं कि आज आप अपनों के बीच एक ख़ूबसूरत जश्न मनाएँ, लेकिन इस दौरान, क्रिसमस के असली मतलब को याद रखें - पूर्ण नम्रता।
क्यों न हम एक पल ठहरकर यीशु मसीह के जन्म के लिए उसका दिल से शुक्रिया अदा करें?