वह अपने लोगों को उनके गुनाहों से बचाएगा।
कल क्रिसमस है!
और इसका मतलब है कि हम ‘क्रिसमस, मरियम की नज़र से’ की इस सीरीज़ के आख़री दिन की ओर पहुँच गए हैं।
आज, मैं इतिहास से यीशु मसीह की वंशावली पर ग़ौर करना चाहती हूँ, जिसका ज़िक्र मत्ती १ में हुआ है।
यीशु मसीह की वंशावली में पाँच महिलाओं के नाम का ज़िक्र हैं: तमार, राहाब, रूथ, बाथशिबा और… मरियम।
इनमे से सिर्फ़ मरियम अलग थी। तमार और बाथशिबा की तरह, मरियम ने कोई घिनौना पाप नहीं किया और रूथ और राहाब की तरह, वह ग़ैर-यहूदी नहीं थीं। उसका किसी से कोई विवाद नहीं था और न ही कोई दाग़ से भरा अतीत।
और भले ही मत्ती १ में यीशु मसीह के वंशावली की कहानी उसके पिता, युसूफ़ की तरफ़ से बताई गई है, जो युसूफ़ पर ख़त्म होती है, उसी वंशवाली के सूचि में मरियम का भी ज़िक्र, ख़ास तौर से किया गया है।
घिनौना पाप करने वाली (तमार), वेशिया (रहाब), बे-दख़ल की हुई (रूथ) और व्यभिचारी (बाथशिबा) – सभी को एक उद्धारकर्ता की ज़रूरत थी। यहाँ तक कि मरियम, जो ख़ुदा के बेटे की माँ थीं, बे-गुनाह और कुँवारी, उसे भी अपने बेटे, यीशु मसीह के ज़रिए, उद्धार की ज़रूरत थी।
*“और वह एक बेटे को जन्म देगी और तुझे उसका नाम यीशु रखना हैं, क्योंकि वही अपने लोगों को उनके गुनाहों से बचाएगा।” – मत्ती १:२१
क्रिसमस की खुशख़बरी यह है कि यीशु मसीह ने हमारे लिए वही किया, जो हम अपने आप के लिए कभी नहीं कर सकते थे - अपने गुनाहों की माफ़ी और अब्दी ज़िंदगी।
दोस्त , चाहे आप मरियम की तरह एक समर्पित मसीही है, या उन दूसरे महिलाओं की तरह एक गुनहगार - यीशु मसीह आपके लिए इस धरती पर इंसान बनकर आया ताक़ि उसकी क़ुर्बानी से आपको बचाया जा सकें।
उसने आपके हर गुनाह की क़ीमत चूका दी हैं और आपको उसके आसमानी पिता के परिवार में शामिल किया हैं।