मैंने इस दुनिया पर जीत हासिल की है।
जब जेनी गर्भवती थीं, तो मैंने उसकी बेहतरीन देखभाल करने की पूरी क़ोशिश की।
मैंने उसे हर दोपहर को आराम करने के लिए प्रोत्साहित किया, उसके खाने का ख़ास ख्याल रखा, और इस पर ज़ोर दिया कि वो कोईheavy सामान न उठाएँ।
बेशक़, मैं हमेशा से ही उसकी अच्छी देखभाल करने की क़ोशिश करता हूँ, लेकिन जब वह पेट से थीं, तो मैंने और ज़्यादा ध्यान दिया। आख़िरकार, वो मेरे बेटे को जन्म देनेवाली थीं!
लेकिन जब मैं मरियम के बारे में सोचता हूँ और उसकी गर्भावस्था के सफ़र की कहानी पढता हूँ तो एक बड़ा सवाल उठता हैं - क्यों ख़ुदा ने मरियम के लिए, जो उसके बेटे को जन्म देनेवाली थी, चीज़ें आसान नहीं बनाई? 🤔
मरियम की गर्भावस्था आसान नहीं थी। सबसे पहले, उसे सरेआम बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ा, क्योंकि वो शादी से पहले गर्भवती थीं (लूका १:३१,३४-३५)। फ़िर उसके मंगेतर ने लगभग उसे छोड़ ही दिया (मत्ती १:१९)। और जब वह गर्भवती थीं, तब उसे नाज़रेथ से बेथलहम तक़ लंबा और ख़तरनाक सफ़र करना पड़ा (लूका २:४), और जब वो वहाँ पहुँचीं, तो उसके लिए कोई जगह उपलब्ध नहीं थी। इसलिए उसने अपने बच्चे को घर से दूर, एक गौशाला में जन्म दिया (लूका २:७)।
मैं सोच सकती हूँ कि मरियम कभी-कभी यह सोचती होगी कि क्या ख़ुदा ने उसे ठुकराया है।
ऐसा ही कुछ राजा दाऊद के साथ भी हुआ था। वह इस्राएल के लिए, ख़ुदा का चुना हुआ राजा था, लेकिन उसने भी यह महसूस किया जब उसने यह पुकारा:
“ऐ ख़ुदा क़ब तक़? क्या तू क़ायम के लिए मुझे भुला देगा? क़ब तक़ तू अपना चेहरा मुझसे छिपाए रखेगा? क़ब तक़ मुझे अपने ही ख़यालों से लड़ना पड़ेगा और हर दिन दिल में ग़म लिए रहना पड़ेगा? क़ब तक़ मेरा दुश्मन मुझ पर जीत हासिल करेगा?” – भजन संहिता १३:१-२
अगर मरियम की तस्वीर और राजा दाऊद के लफ्ज़ आपकी रूह को छूते हैं, अगर कभी आपको लगे कि ख़ुदा ने आपको भुला दिया है, तो उम्मीद न खोना!
ख़ुदा अपने ही बच्चों को मुश्किलों से क्यों गुज़रने देता है, इस बात को आसमान के इस पार समझना शायद मुश्क़िल होगा, लेकिन मैं यह ज़रूर जानती हूँ: उसने दुनिया पर जीत हासिल की है (यूहन्ना १६:३३) और तुम्हारे मुश्किलों पर भी।