बुलंद ईमान और पाकीज़ा किरदार चुनें।
मैं पूरे यक़ीन के साथ कह सकती हूँ कि मैं बेहद ख़ुशनसीब और शुक्रगुज़ार हूँ कि मुझे कॅमरॉन जैसा पति मिला। हमारी शादी में उतार-चढ़ाव आए, यह सच है, लेकिन मैंने अनुभव किया है कि रूहानी रवैया, मोहब्बत से भरा और निस्वार्थ जीवन साथी के साथ, अपनी ज़िंदगी गुज़ारना — यह वास्तव में एक बड़ी बरक़त की बात है।
मुश्किल समय में, कॅमरॉन ने मुझे मज़बूती से खड़े रहने में हमेशा मदद की। और मैं यह सोच भी नहीं सकती कि ज़िंदगी के तूफ़ानों का सामना मैं किसी ऐसे इंसान के साथ करूँ जो ख़ुदा में अपने ईमान पर भरोसा न रखता हो।
शायद मरियम ने भी युसूफ़ के बारे में ऐसा ही महसूस किया होगा।
युसूफ़ और मरियम की मंगनी हुई थी, लेकिन शादी करने से पहले मरियम गर्भवती हो गई (मत्ती १:१८)। इस वजह से युसूफ़, हक़ से मरियम को सज़ा-ए-मौत दे सकता था (लैव्यवस्था २०:१०)। लेकिन, इस मुमक़िन धोके के बावजूद, युसूफ़ ने उसे सरेआम बेइज़्ज़त नहीं किया (मत्ती १:१९)। इससे उसके नेक़ चरित्र की झलक मिलती है: उसने न तो कड़वाहट ज़ाहिर की और न ही बदले की ख़्वाहिश रखी। ठुकराए जाने पर भी उसने मोहब्बत भरा रवैया अपनाया।
वह मरियम को चुपचाप तलाक़ देने की उम्मीद में था, लेकिन एक फ़रिश्ता उसके पास आया और कहा:
“युसूफ़, दाऊद के बेटे, तू मरियम को अपनी पत्नी बनाने से डर मत, क्योंकि वह पवित्र आत्मा के ज़रिये से गर्भवती हुई है। वह ख़ुदा के बेटे को जन्म देगी और उसका नाम यीशु रखना, क्योंकि वह अपने लोगों को उनके गुनाहों से बचाएगा।” – मत्ती १:२०-२१
इस वक़्त, फ़िर से युसूफ़ के पास एक चुनाव था: नामुमक़िन पर यक़ीन करना —पाक़ गर्भधारण को स्वीकारना, समाज और रिश्तेदारों का सामना करना या आसान रास्ता चुनकर, पीछे हट जाना।
युसूफ़ ने सही चुनाव करके अपनी बुलंद ईमान और पाकीज़ा किरदार को ज़ाहिर किया।
अगर आप अभी तक शादीशुदा नहीं हैं, तो याद रखें कि यीशु मसीह को अपना उद्धारकर्ता और ख़ुदा क़बूल करने के बाद, सही जीवन साथी चुनना, आपकी ज़िंदगी का सबसे अहम फ़ैसला होगा। यह पक़्क़ा करें कि आप ऐसा साथी चुनें जिसमें बुलंद ईमान और पाकीज़ा किरदार हो।
लेकिन, अगर आप पहले से शादीशुदा हैं, जैसे कि मैं, तो यह चुनाव करें कि आप अपने साथी के लिए युसूफ़ सा रवैया अपनाएं!