उसने इन सब बातों को अपने दिल में महफ़ूज़ रखा।
क्या आप ज़िंदगी के कुछ बातों पर ग़ौर करने वाले इंसान हैं?
शब्दकोश में ‘ग़ौर करने’ का मतलब है:
“किसी चीज़ के बारे में गहराई से सोचना, ख़ास तौर पर कुछ वक़्त तक ग़ौर करना।”
यीशु मसीह की माँ, मरियम के बारे में यह कहा गया है कि वह ग़ौर करने वाली इंसान थी और उसने इन सब बातों को अपने दिल में महफ़ूज़ रखा।:
*“मरियम ने इन सब बातों को अपने दिल में सँजोया और उन पर ग़ौर किया।” – लूका २:१९
और
*“उसने इन सब बातों को अपने दिल में महफ़ूज़ रखा।” – लूका २:५१
मरियम ने अपने बेटे की ज़िंदगी पर कहें गए अनोखें वादों को नहीं भुलाया। फ़रिश्तें गेब्रियल ने उसे बताया था:
*“वह (यीशु मसीह) महान होगा और उसे ख़ुदा का बेटा कहलाया जाएगा। ख़ुदा उसे उसके पिता दाऊद का सिहांसन देगा, और वह याकूब के नस्लों पर क़ायम राज्य करेगा; और उसका राज्य कभी ख़त्म न होगा।” – लूका १:३२-३३
इसके बावजूद, मरियम यह बात हर किसी को सुनाती नहीं थीं और अपने बेटे की महानता का प्रचार नहीं करती थीं। बल्कि उसने अपने दिल में सँजोया और उन पर ग़ौर किया।
आज के ज़माने में हम ने, मरियम की तरह सोचना और दिल में चीज़ों को सँजोने की कला कही खो दी है।
कभी-कभी मुझे ऐसा महसूस होता है कि हम मसीही लोग जल्दबाज़ी में जीने के आदी हो गए हैं। जब भी हमें कोई आसमानी सपना मिलता है, या ख़ुदा का कोई वचन सुनाई देता है, या किसी चमत्कार पर यक़ीन करने के लिए बुलाया जाता है — तो हम चाहते हैं कि वह सब अभी के अभी, उसी पल पूरा हो जाए। हम यह मान लेते हैं कि अगर ख़ुदा ने कुछ कहा है, तो उसका नतीजा तुरंत दिखना चाहिए — जैसे बटन दबाते ही लाइट जल उठे।
लेकिन मरियम ने ऐसा नहीं किया। उसने ईमान रखा कि ख़ुदा वह सब करेगा जो फ़रिश्ते गेब्रियल ने कहा था.ख़ुदा ने उसे यह भी बताया था:
*“क्योंकि ख़ुदा का कोई वचन कभी असफ़ल नहीं होगा।” – लूका १:३७
जब तक़ सही वक़्त आया, वह ग़ौर करती रहीं और अपने दिल में सब कुछ सँजोती रहीं। न उसने किसी को मनाने की कोशिश की, न अपनी बुलाहट का शोर मचाया — वह बस ख़ुदा के वक़्त के इंतज़ार में ठहरी रही, ईमान और यक़ीन के साथ。
क्या ख़ुदा ने आपके दिल में कभी कोई सपना, कोई ख़ास वचन, या कोई भविष्यवाणी रखी है? अगर आपका जवाब ‘हाँ’ है, तो ज़रा ठहरिए... और दुआ में उससे पूछिए — “ऐ ख़ुदा, क्या तू चाहता है कि मैं अब इस पर कदम बढ़ाऊँ, या बस इसे अपने दिल में सँजोए रखूँ, जब तक तेरा सही वक़्त न आ जाए?”