ज़िंदगी नाइंसाफ़ हो तो भी शुक्रगुज़ार रहे।
थैंक्सगिविंग डे (शुक्रगुज़ारी का दिन) क़रीब आ रहा है। हालांकि यह एक अमेरिकन त्यौहार है और भारत में ज़्यादा नहीं मनाया जाता, लेकिन इसके पीछे की आदरयुक्त जज़्बात—शुक्रगुज़ार रहना—यह बाइबल पर आधारित है और यह एक ऐसा रवैया है जिसे हम सभी को रोज़ाना अपनाना चाहिए।
बे-शक़, जब ज़िंदगी में सब अच्छा चल रहा हैं और बरक़तें हर तरफ़ से आ रही हैं, तब शुक्र अदा करना आसान होता है। लेकिन बाइबल हमें और आगे जाने की सीख देती है:
*“हमेशा खुश रहें, दुआ करते रहें, हर हालात में शुक्र अदा करें; क्योंकि यह यीशु मसीह में आपकी ख़ातिर ख़ुदा की यही मर्ज़ी है।”– १ थिस्सलुनीकियों ५:१६-१८
इसीलिए हम इस सप्ताह ऐसे ७ अनोखें बाइबल की कहानियों पर ग़ौर करेंगे, जहाँ लोग सबसे अविश्वसनीय हालातों में भी शुक्रगुज़ार रहें हैं।
शुरुआत करते हैं राजा दाऊद के भजन संहिता ६९ से।
यहाँ हम दाऊद को उसके सबसे सीधे और कच्चे रूप में पाते हैं—मुसीबतों से घिरा हुआ, मज़ाक उड़ाया गया और थकावट से चूर। उसने लिखा:
*“जो लोग मुझसे बेमतलब की नफ़रत करते हैं, उनकी संख्या मेरे सिर के बालों से भी ज़्यादा है; मेरे कई दुश्मन हैं, जो बे-वजह मुझे बर्बाद करने की कोशिश करते हैं। मुझे वह लौटाना पड़ता है जो मैंने कभी नहीं चुराया था।”– भजन संहिता ६९:४
वो ज़ाहिर तौर पर नाइंसाफ़ी और झूठे इल्ज़ामों का शिक़ार था। शायद उसने यह आयात तब लिखी जब वह राजा शाऊल से भाग रहा था और जब इज्राएल ने उसे राजा के रूप में अपनाया नहीं था (१ शमूएल १९), या शायद जब उसका बेटा अबशालोम उसके ख़िलाफ़ हो गया था (२ शमूएल १५)।
दाऊद… वार, फ़रेब और थकान से वाकिफ़ था।
लेकिन यहाँ एक चौकाने वाली बात है: उस नाइंसाफी भरे ग़म के बीच, दाऊद ने ख़ुदा का शुक्र अदा किया।
*“ख़ुदा, मेरे दुःख और दर्द में तेरा उद्धार और बचाव मुझे महफ़ूज़ रखें। मैं गीत गाकर ख़ुदा के नाम का जलाल करूँगा, और शुक्रिया के साथ उसकी महिमा करूँगा; यह ख़ुदा को बैल से, बल्कि सींग और खुरवाले बैल से भी ज़्यादा भाएगा।” – भजन संहिता ६९:२९-३१
दाऊद ने कभी भी ख़ुदा का शुक्र अदा करने में देर नहीं की, बल्कि उसने उसे अपनी ज़िंदगी में एक अहम जगह दी, क्योंकि वह जानता था कि यह रवैया ख़ुदा को बेहद पसंद है।
जब ज़िंदगी नाइंसाफ़ हो और हर तरफ़ सिर्फ़ दर्द ही दर्द नज़र आता हो तब भी शुक्रगुज़ार रहे - यह ख़ुदा को पेश किया जाने वाला सबसे ख़ूबसूरत तोहफ़ा है।