ख़ुदा की अटूट मोहब्बत कभी भी आप से न हटेगी
क्या आपने कभी टोब्लरोन चॉकलेट के डिब्बे पर बना पहाड़ देखा है?
यह वही मेटरहॉर्न पहाड़ है, जो स्विट्ज़रलैंड की ख़ूबसूरत वादीयों में खड़ा है। कुछ महीने पहले, मैं और जेनी स्विट्ज़रलैंड से गुज़रे थे और हमें उसे देखने का मौक़ा मिला। हमने एक पूरा दिन उसके इर्द-गिर्द पहाड़ों में घूमते और चलते हुए बिताया और वह नज़ारा बेहद हसीन था। मेरी ज़िंदगी में मैंने इतने ऊँचे और दिलकश पहाड़ पहले कभी नहीं देखे थे।
जब मैं उसके सामने खड़ा था, उसकी बुलंदी और अटल मज़बूती ने मुझे रुककर सोचने पर मजबूर किया: यह पहाड़ मेरे गुज़र जाने के बाद भी वैसे ही खड़ा रहेगा।
फ़िर भी, ख़ुदा हमें यशायाह ५४:१० में यह बताता है कि उसकी ‘अगापे मोहब्बत’ सबसे ऊँचे पहाड़ से भी ज़्यादा क़ायम है।
*"वह ख़ुदा जो तुम पर मेहरबान हैं यह कहता है कि ‘चाहे पहाड़ हिल जाएँ और टीले हट जाएँ, फ़िर भी मेरी मोहब्बत तुम्हारे लिए कभी न डगमगाएगी और मेरी सलामती की वाचा कभी न टूटेगी’।”
ज़रा सोचिए—ज़िंदगी की सबसे मज़बूत और यक़ीनी चीज़ भी डगमगा सकती है, लेकिन उसकी मोहब्बत उससे कहीं ज़्यादा ताक़तवर, गहरी और भरोसेमंद है। और उससे भी बढ़कर।
यूहन्ना १६:३३ में यीशु मसीह ने कहा:
*"इस धरती पर तुम्हे तक़लिफों और मुश्क़िलों का सामना करना पड़ेगा लेकिन हिम्मत न हारना क्योंकि मैं ने इस संसार को जीत लिया है।”
ज़िंदगी अनगिनत बेयक़ीनीयों से भरी रहती है। २०२० में हमारे बेटे ज़ैक को एक गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा, जिसने हमें कई मुश्क़िल हालातों से गुज़ारा — और आख़िरकार, २०२५ में उसने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
लेकिन इन तमाम बेयक़ीनीयों और ग़मों के मौजुदगी में एक ही चीज़ हमेशा क़ायम रही—ख़ुदा की ‘अगापे मोहब्बत’, जो कभी नहीं डगमगाई।
ज़िंदगी में कभी-कभी ऐसे लम्हे आते हैं जो ज़ोरदार भूकंप की तरह हमें हिला देते हैं। मगर यशायाह हमें दो अटल हक़ीक़तें याद दिलाता है:
१. ख़ुदा की मोहब्बत अटल है। यह आपकी क़ामयाबी, ताक़त या आपके हालात पर निर्भर नहीं है; उसकी मोहब्बत अटल, क़ायम और मुक़म्मल है।
२. ख़ुदा की सलामती की वाचा कभी नहीं टूटेगी। ज़िंदगी के आंधी-तूफ़ानो के बीच भी वह आपको ऐसी सुक़ूनभरी सलामती से ढक लेता है जो इंसानी समझ से परे है।
और अब मैं आज का प्रोत्साहन एक दुआ के साथ ख़त्म करना चाहता हूँ:
ऐ ख़ुदा, हम तेरा शुक्र अदा करते हैं कि जब सबसे मज़बूत चीज़ें भी बिखर जाएँ, तब भी तेरी मोहब्बत कभी न डगमगाएगी। मैं दुआ करता हूँ कि तू को अपनी अगापे मोहब्बत से भर दे और उसे अपनी सलामती के यक़ीन में महफूज़ रख़। यीशु मसीह के नाम से, आमीन।