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Publication date 22 अक्टू. 2025

जब हम अब भी गुनहगार ही थे, तब यीशु मसीह ने हमारी ख़ातिर अपनी जान दी।

Publication date 22 अक्टू. 2025

क्या कभी ऐसा हुआ है कि किसी अपने—चाहे परिवार का सदस्य हो, दोस्त हो या सहकर्मी—ने आपके साथ बुरा सलूक किया हो, आपको ठेस पहुँचाई हो… लेकिन उसके मुश्किल वक़्त में आपने फिर भी उसका हाथ थामा और मदद की?

क्या वो करना आसान था? नहीं ना?

मुझे वो दिन याद है, जब मैं कॉल सेंटर में काम करता था - मेरा एक सहकर्मी था जो हमेशा मेरे लिए चीज़ों को मुश्किल बना देता था। उसका रवैया सख़्त, बे-रहम और सच में मुझे परेशान करता था।

फ़िर एक दिन, उसे मेरी मदद की ज़रूरत पड़ी। उस पल में, रहमत दिखाने के बजाय, मैंने उससे मुँह मोड़ लिया। अब, पीछे मुड़कर देखता हूँ तो अफ़सोस होता है कि, तब मेरा रवैया यीशु मसीह-जैसा नहीं था—बल्कि इंसानी था।

शुक्र है कि ख़ुदा मेरे जैसा नहीं है। 😉

उसकी ‘अगापे मोहब्बत’ इस बात पर निर्भर नहीं है कि हम उसके साथ कैसा सलूक करते है। उसकी मोहब्बत बे-शर्त है, निस्वार्थ है और क़ुर्बानी से भरपूर है। उस दिन मेरी मोहब्बत अपने सहकर्मी के लिए नाक़ाम हुई, लेकिन ख़ुदा की मोहब्बत हमारे लिए कभी नाक़ाम नहीं होती हैं।

रोमियों ५:८ में लिखा है:

“लेकिन ख़ुदा ने हम पर अपनी मोहब्बत इस तरह ज़ाहिर की: जब हम अब भी गुनहगार ही थे, तब यीशु मसीह ने हमारी ख़ातिर अपनी जान दी।”

ख़ुदा की मोहब्बत न तो शर्तों पर निर्भर है, न लेन-देन पर और न ही हमारी क़ाबिलियत पर। उसने यह इंतज़ार नहीं किया कि हम पहले पाक़-साफ़ हो जाएँ, अपनी ज़िंदगी सँवार लें या अपनी वफ़ादारी साबित करें। बल्कि जब हम उसके ही खिलाफ बग़ावत कर रहे थे, गुनाह में खोए थे और अपने आप को बचाने के क़ाबिल भी नहीं थे, यीशु मसीह ने हमारें ख़ातिर अपनी जान क़ुर्बान कर दी। यही है असली अगापे मोहब्बत—बे-ख़ुदी वाली, क़ुर्बानी देने वाली और बे-शर्त।

ज़रा इस बात को आपके दिल में गहराई से काम करने दे:

ख़ुदा, आपकी हर नाक़ामी, हर कमज़ोरी और आपकी ज़िंदगी के हर छुपे हुए ग़म से पूरी तरह वाक़िफ़ था—फ़िर भी उसने आपसे मोहब्बत करने का चुनाव किया। वह आपके किसी “बेहतर और मुक़म्मल” भविष्य के शख्सियत से नहीं, बल्कि आप जैसे है वैसे ही आप से मोहब्बत करता है। 

और यही हक़ीक़त ख़ुदा ने उस वक़्त साबित कर दी जब उसने अपने बेटे यीशु मसीह को हमारे लिए क्रूस पर क़ुर्बान किया। क्रूस महज़ दर्द और तकलीफ़ की निशानी नहीं है—ये तो मोहब्बत का वो ठोस सबूत है जो हमेशा गवाही देती है कि आपको जहन्नुम और अनंतकाल के अंधकार से बचाने के लिए, ख़ुदा की मोहब्बत किस हद तक जाने को तैयार है।

चाहे ज़िंदगी में आप आज जहाँ कहीं भी है, चाहे आपके दिल में कितना भी क़सूर या शर्म छिपा हो—ख़ुदा की मोहब्बत ने पहले ही उस पर लाल रंग का पर्दा डाल दिया है। ये मोहब्बत मज़बूत और अटल है, क़ायम की है और यह आपकी हरक़त पर नहीं बल्कि ख़ुदा की हक़ीक़त पर आधारित है।

आप एक चमत्कार हैं।

Cameron Mendes
Author

Worship artist, singer-songwriter, dreamer and passionate about spreading the Gospel.