इल्ज़ाम, यीशु मसीह से दूर करता है, मग़र रूहानी एहसास उसके क़रीब लाता है।

क्या आपने कभी वसाबी चटनी का स्वाद लिया हैं ? वसाबी एक मूली जैसी जड़ से बनी हरी चटनी है, जो बेहद तीखी होती है और जिसे जापानी लोग अक्सर अपने खाने के साथ खाते हैं। इसका छोटा-सा भी स्वाद, ज़ुबान पर आग-सा जलन महसूस करा देता है।
अमेरिका में येशुआ मिनिस्ट्रीज के सफ़र के दौरान, हमारे टीम के एक बंदे ने इसे कभी नहीं चखा था। तो, ज़ाहिर है, बाक़ी दोस्तों ने उसे कह दिया कि यह पुदीने की चटनी है और उसे एक बड़ा निवाला खाने के लिए राज़ी कर लिया।🙈🥵🤪
उसकी हालत देखकर हम बाक़ी लोग हँसते-हँसते लोटपोट हो गए। 😄 घबराइए नहीं, हम हमेशा इतने शरारती नहीं हैं। 😂
दिखने में धोखा हो सकता है—वसाबी और पुदीने की चटनी देखने में भले ही एक जैसी लगें, लेकिन उनके स्वाद और असर में ज़मीन-आसमान का फ़र्क है।
ठीक ऐसा ही फ़र्क इल्ज़ाम और रूहानी एहसास के बीच भी है। बाहर से देखने में एक जैसे लग सकते हैं, मगर उनका असर बिल्कुल जुदा होता है।
हमें क़सूर को ख़त्म और क़ुसूरवार को आज़ाद करने के इस सफ़र में यह फ़र्क पहचानना बेहद ज़रूरी है कि रूहानी एहसास ख़ुदा की ओर से आता है, जबकि इल्ज़ाम शैतान की तरफ़ से।
यीशु मसीह ने पवित्र आत्मा को हमारी मदद के लिए भेजा और कहा:
“जब वह आयेगा तो सबको गुनाह, धार्मिकता और इन्साफ़ के बारे में रूहानी एहसास के ज़रिये, रोशन करेगा।” – यूहन्ना १६:८
रूहानी एहसास में अपनी ग़लतियों को पहचानना, पश्चाताप करना और मुमकिन हालात में भरपाई करने की ख्वाहिश शामिल होती है। जब यह सही तरीके से किया जाता है, तो गुनाह का रूहानी एहसास क़ुसूरवार को आज़ाद कर देता है。
इल्ज़ाम इसके बिल्कुल विपरीत है — यह शैतान की तरफ़ से आता है और इसका काम ही दोषारोपण करना है।
“वो इल्ज़ाम लगानेवाला, जो दिन रात हमारे ख़ुदा के सामने हमारे भाइयों और बहनों पर दोषारोपण करता है, अब गिरा दिया गया है।” – प्रकाशित वाक्य १२:१०
इल्ज़ाम का असली मक़सद हमेशा आपको दोषी ठहराना, शर्म और बोझ से दबाना, और आपको क़ुसूरवार महसूस कराना है।इल्ज़ाम, यीशु मसीह से दूर करता है, मग़र रूहानी एहसास उसके क़रीब लाता है।
शैतान की तीखी 'वसाबी' को 'पुदीने की चटनी' समझने की ग़लती न करें — उसे यह मौका न दें कि वह रूहानी एहसास की थाली में आपको इल्ज़ाम और शर्म परोसे!
यीशु मसीह के क़ीमती लहू के ज़रिये आपको आज़ादी मिली हैं और अगर आप पवित्र आत्मा के रास्तों पर चलेंगे, तो आपको फ़ारवा ज़िंदगी और बेहिसाब सुक़ून हासिल होगा!

