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Publication date 16 सित. 2025

अपने दुश्मनों से मोहब्बत और ज़ुल्म करने वाले के लिए दुआ करें

Publication date 16 सित. 2025

शुक्र है कि बचपन में मुझे ज्यादा बदमाशों का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन कुछ ऐसे पल जरूर याद हैं, जब स्कूल में बदमाशों ने हंगामा मचा दिया था और वह माहौल मुझे बिल्कुल पसंद नहीं था। वे दूसरों की ज़िंदगी को मुश्किल बना देते थे और अक्सर बिना सज़ा पाए, बच निकलते थे।

क्या आपके ज़िंदगी में ऐसा कोई इंसान या ऐसे लोग हैं जिन्हें आप नापसंद करते हैं? शायद उनके लिए इतनी नफ़रत बढ़ती है कि दिल से बद्दुआ तक निकलती है और यह उम्मीद करते कि उन्हें भी कभी तक़लीफ़ महसूस हो?

इस एहसास की मौजूदगी न तो फ़ायदेमंद है, न ही सेहतमंद — लेकिन यह इंसानी फ़ितरत का हिस्सा ज़रूर है।

योना ने भी ऐसा ही महसूस किया था; वह नीनवे के लोगों से बेहद नफ़रत करता था। इतना कि जब ख़ुदा ने उसे वहां जाकर प्रचार करने को कहा, तो वह उल्टी दिशा में भाग गया (योना १:२-३)। क्यों? क्योंकि उसे इस बात का डर था कि वे लोग कहीं पश्चाताप कर के ख़ुदा की माफ़ी न पाएँ — जबकि वो तो उनकी तबाही की ही उम्मीद लगाए बैठा था। (योना ४:१-२)।

यह साफ़ नहीं है कि योना को नीनवे के लोगों से इतनी नफ़रत क्यों थी लेकिन चाहे वजह कुछ भी रही हो, उसका दिल उनके ख़िलाफ़, पत्थर सा हो गया था।

लेकिन उसकी नफ़रत के बावजूद, ख़ुदा ने उसे नीनवे भेजा - और यही कहानी में एक ट्विस्ट आया। योना को उसके दोस्तों के पास नहीं, बल्कि उसके दुश्मनों के पास भेजा गया (योना ३:४-११)।

यीशु मसीह हमसे भी यही उम्मीद रखता है।

*"लेकिन मैं तुम से कहता हूँ कि तुम अपने दुश्मनों से मोहब्बत और ज़ुल्म करने वाले के लिए दुआ करें ताक़ि तुम अपने आसमानी पिता के बच्चें बन जाओगे। वह भले और बुरे, दोनों पर अपना सूर्य उगाता है और धर्मी और अधर्मी, दोनों पर बारिश बरसाता है।” - मत्ती ५:४४-४५ 

आपके दुश्मन कौन हैं? और क्या आपको लगता है कि आप कभी उन्हें सच्चे दिल से मोहब्बत कर पाएंगे?

यह शायद आसान नहीं हैं, लेकिन ख़ुदा की मदद से मुमकिन ज़रूर है।

आओ, मिलकर दुआ करें:

ऐ आसमानी पिता, मेरे ज़िंदगी में तेरी रहमत के लिए दिल से दिल तक शुक्रिया। आज मैं अपने दुश्मनों से मोहब्बत करने का फ़ैसला लेती हूँ, उन्हें बरक़त देती हूँ और उनके लिए दुआ करती हूँ। मुझे उन्हें माफ़ करने की ताक़त दे और ऐसा फ़ज़ल अता कर कि मैं सच्चे दिल से उनकी भलाई की उम्मीद कर सकूँ। मैं उनके ज़िंदगी पर तेरी भरपूर बरक़तों की दुआ करती हूँ और वे तेरे बेपनाह मोहब्बत में सदा झूमतें रहे। यीशु मसीह के नाम में, आमीन।

आप एक चमत्कार हैं।

Jenny Mendes
Author

Purpose-driven voice, creator and storyteller with a passion for discipleship and a deep love for Jesus and India.