अपने मालिक की ख़ुशियों में शामिल हो जाइए!

जब भी मैं येशुआ मिनिस्ट्रीज़ के किसी कॉन्सर्ट से अपने घर लौट रहा होता हूँ, तो अक्सर सफ़र की थकावट, लोगों से मिलने में मशगूल और नींद की कमी की वजह से मैं बहुत थका हुआ महसूस करता हूँ।
जब मैं अपने माता-पिता के साथ रहा करता था, तो मेरी माँ मुझे फ़ोन करके पूछती थीं — "बेटा, घर आकर क्या खाना पसंद करोगे?" और मेरा जवाब हमेशा एक ही होता था: "माँ, मुझे सिर्फ़ दाल और चावल खाना है!"
यह एहसास बेहद प्यारा होता है जब कोई आपका इंतज़ार कर रहा है — और आपके पहुँचने से पहले ही, आपका पसंदीदा खाना तैयार रखा गया है।
यही इंतज़ार इस कहानी में ज़ाहिर होता हैं (मत्ती २५:१४–३०) जो मसीह यीशु के लौट आने की तैयारी को दर्शाता हैं।
स्वर्ग में जाने से पहले, यीशु मसीह अपने चेलों से, दोबारा लौटने का वादा करता है। (यूहन्ना १४:३) और यही उसके दूसरे आगमन की निशानी हैं:
*"यीशु मसीह ने, सब के गुनाह के ख़ातिर, एक ही बार क़ुर्बानी दी; और वह दोबारा ज़ाहिर होगा - लेकिन इस बार पाप उठाने नहीं, बल्क़ि उनके लिए उद्धार और आज़ादी लेकर, जो उसका इंतज़ार कर रहे हैं ।" – इब्रानियों ९:२८
सदियों से लोग यह अंदाजा लगाते आए हैं कि यह क़ब और कैसे होगा और बाइबल भी इस विषय के सारे ख़ुलासें स्पष्ट रूप से नहीं बताती - मगर हम यह ज़रूर जानते है कि:
१. यह अचानक़ होगा –
*“उस दिन और उस वक़्त के बारे में कोई नहीं जानता, न स्वर्ग के फ़रिश्ते और न ख़ुदा का बेटा, परन्तु सिर्फ़ पिता।” – मत्ती २४:३६
२. हमें तैयार रहना होगा –
“इसलिये तुम भी तैयार रहो, क्योंकि जिस घड़ी के विषय में तुम सोचते भी नहीं हो, उसी घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जाएगा।” – मत्ती २४:४४
हमारी तैयारी का एक अहम तरीक़ा है: ईमानदारी और वफ़ादारी से उस ज़िम्मेदारी को निभाना जो ख़ुदा ने हमारे हवाले की है।
इस कहानी में मालिक को यह देखने की बेसब्री थी कि, उसके सेवकों ने उसकी ग़ैर-मौजूदगी में क्या हासील किया। जब उसने उनकी वफ़ादारी और मेहनत को देखा, तो उसने न सिर्फ़ उनकी तारीफ़ की, बल्कि उन्हें अपनी ख़ुशी में शामिल भी किया। *"आओ, मेरी ख़ुशी में शामिल हो जाओ!" – मत्ती २५:२१
यीशु मसीह दोबारा लौटने के लिए और अपने भरोसेमंद सेवकों से रूबरू होने के लिए बेताब है — जो अपने पूरे दिल से उसका इंतज़ार कर रहे हैं।
यीशु मसीह उस आनेवाले पल की तैयारी कर रहा है - क्या आप भी तैयार है?

