सब लोग ग़लत हैं, सब से मोहब्बत की है और सबको बदलने के लिए बुलाया गया है। – टिम केलर

ख़ुदा की मोहब्बत, मेहरबानी और माफ़ी का दिल हर बार मुझे हैरान कर देता है। जब कभी मुझे लगता है कि वह इससे ज़्यादा अज़ीम हो ही नहीं सकता, तब उसकी मोहब्बत के बारे में पढ़कर या उसे नए और गहरे तरीक़े से महसूस करके मैं फिर से दंग रह जाती हूँ।
क्या आपके साथ भी ऐसा होता है?
मेरे साथ तो तब हुआ जब मैंने अपने आपको उस पिता की जगह पर रखा - जो इस कहानी में ख़ुदा बाप को ज़ाहिर करता है (लूका १५:११)।
पिछले ६ दिनों में हमने देखा कि इस कहानी में दोनों बेटे अपने पिता से दूर हो गए थे – छोटा बेटा अपनी बुरी हरक़तों की वजह से और बड़ा बेटा अपनी कुछ अच्छी हरकतों की वजह से जो आख़िर में खुद की धार्मिकता का घमंडी बन गया।
फिर भी, दोनों के लिए उनके पिता का जवाब एक जैसा ही था: बेहद दरियादिल, गहरी मोहब्बत और अज़ीम फज़ल - ख़ास तौर पर उस ज़माने के नज़रियें से देखें, तो दोनों बेटों का ऐसा बर्ताव, उन्हें घर और समाज से बेदख़ल करने के लिए काफ़ी था।
लेकिन इसके बजाय, वह पिता दोनों को फ़िर से अपनी मोहब्बत में क़बूल और शामिल करता है और उसके साथ एक गहरे रिश्ते में लौट आने की दावत देता है।
वो छोटा बेटा, जो ज़ाहिर तौर पर ज़्यादा बाग़ी और नैतिक रूप से गुनहगार था, अपने पिता की माफ़ी को क़बूल करते हुए, एक नए रिश्ते के साथ उस दावत में शामिल होता हैं। मगर बड़े बेटे को यह करना मुश्किल था। वह उस जश्न में दाख़िल नहीं हुआ - क़म से क़म कहानी के ख़त्म होने से पहले तो नहीं।
टिम केलर इस बारे में लिखते हैं:
“शायद यीशु मसीह यह कहना चाहता हैं कि ख़ुद को बचाने के दोनों तरीक़े उतने ही ग़लत तो हैं, लेकिन दोनों उतने ही ख़तरनाक नहीं हैं। बड़ा बेटा घर पर रहते हुए भी अपने छोटे भाई से ज़्यादा अपने पिता से दूर और अलग था, क्योंकि वह अपनी असली हालत को देख ही नहीं पा रहा था।
अगर आप क़िसी धार्मिक इंसान से ज़ाहिर करें कि उनका रिश्ता ख़ुदा के साथ सही नहीं हैं तो वे ग़ुस्से में पूछेंगे “आपकी हिम्मत कैसे हुई यह कहने की?” - और कहेंगे कि ‘मैं तो हर बार कलीसिया के दरवाज़े खुलते ही वहाँ मौजूद रहता हूँ।’ यह सुनकर यीशु मसीह कह रहा है, ‘उससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।”
आपका आसमानी पिता आपको उसके जश्न में शामिल होने के लिए बुला रहा है और आपके दिल के दरवाज़े पर दस्तक दे रहा है (प्रकाशितवाक्य 3:20)।
क्या आप उसके दावत और जश्न में शामिल होना चाहेंगे?

