वो आपका करीबी दोस्त बनना चाहता हैं

आज आप कैसा महसूस कर रहे हैं? कल हमने कुछ समय लिया और अपने कच्चे और ईमानदार भावनाओं को ख़ुदा के साथ साझा किया - क्या आपको इससे राहत महसूस हुई? मुझे जानकर अच्छा लगेगा!
आज मैं इसे एक कदम आगे बढ़ाकर हमारे खून-खोलनेवाले गुस्से के मुद्दे पर बात करना चाहती हूँ 😬! अय्यूब १:८ में ख़ुदा अय्यूब को निर्दोष, सीधा, उससे डरनेवाला और बुराई से दूर रहनेवाला इंसान बताता हैं। लेकिन फिर, अय्यूब १८:४ में अय्यूब के दोस्त उसके बारे में कहते हैं “तुम गुस्से में खुद को टुकड़े-टुकड़े कर देते हो”!!* इससे स्पष्ट होता हैं कि हम में से सबसे अच्छे लोग भी कभी-कभी गलती कर सकते हैं। अक्सर हमारा दिमाग हट जाता हैं और हम अपना आपा खो देते हैं, हैं ना?
अगर हम सोचें, तो अक्सर हमारे सबसे करीबी लोग ही हमारे गुस्से का शिकार होते हैं। अय्यूब के जैसे हम भी अपने जीवनसाथी, बच्चे, माता-पिता या करीबी दोस्तों पर ज्यादा आसानी से खफ़ा हो जाते हैं।
मेरे पास आपके लिए एक खुशखबर हैं: ख़ुदा ही आपका खून-खोलनेवाला गुस्सा और बिना सोच विचार की बाते समझ सकता हैं। वो आपका करीबी - दोस्त बनना चाहता हैं जो इस दुनिया के सारे रिश्तों से भी ज्यादा कीमती हैं - नीतिवचन १८:२४।
अय्यूब की कहानी से सीखें, ख़ुदा के ओर अपना गुस्सा दिखाने का नतीजा क्या हो सकता हैं। जब अय्यूब ख़ुदा के प्रति गुस्सा हुआ था, तब ख़ुदा ने ऊसपर इलजाम न लगाते हुए उससे मुलाकात की और एक संवाद में उलझते हुए अय्यूब का ध्यान उसके गम से हटाकर अपनी विशाल महानता की ओर लगाया। अंत में अय्यूब ४२:२-५ में कहता है, “मैं जानता हूँ कि आप सब कुछ कर सकते हैं, और यह मेरे कानों ने सुना था लेकिन अब मेरी आँखों ने देखा हैं”।*
लोगों के बजाय, अपने कच्चे और ईमानदार भावनाओं को ख़ुदा से ज़ाहिर करने से वो आपको उसके और करीब लाएगा ।
दोस्त , ऐसी कौनसी बातें हैं जिससे आपका खून खौल उठता हैं, यहां तक कि आप ख़ुदा से भी खफ़ा हो? आइए अय्यूब अध्याय ३८ - ४१ पढ़ें और इन वचनों के द्वारा आप ख़ुदा से खुलकर बात करें।
(*इस प्रोत्साहन के कुछ आयत मेरे अल्फ़ाज़ और अंदाज़ में लिखे गए हैं)

