बिते हुए कल की बातों में न रहना, अतीत में न उलझना - यशायाह ४३:१८

क्या आपने ‘फ़ाइंडिंग नीमो’ फ़िल्म देखी है?यह एक दिल-को-छू लेने वाली कहानी है जिसमे मार्लिन नामक एक छोटे तालाब की मछली अपने खोए हुए बेटे नीमो को ढूंढने के लिए एक बे-खौफ़ सफ़र पर गेहेरे समुंदर में निकलती है। इस सफर में उसकी मुलाकात डोरी नाम की एक उम्मीद-से-भरी मछली से होती है, जिसे याददाश्त खोने की समस्या है। इस फ़िल्म में एक ऐसा समय आता है जहाँ मार्लिन बहोत ही निराश होती है तब डोरी उसे हौसला देते हुए कहती है, "जब ज़िंदगी में मुश्किलें आती है, तो आपको क्या करना चाहिए?" फिर वह गाती है, "बस तैरते रहो, तैरते रहो और तैरते रहो" (आप यह यादगार सिन इस लिंक पर देख सकते हैं, लेकिन संभावना हैं कि इसकी धुन आपके दिमाग में अटक सकती है)
फ़िल्म का यह भाग मुझे फिलिप्पियों ३ की याद दिलाता है जहाँ पौलुस ख़ुदा की महिमा की तलाश में और यीशु मसीह को जानने और उसके जैसा बनने के लिए अपने उन सभी चीज़ों को त्यागने की बात करता है, जो उसके लिए बेहद अजीज थे - उसकी सफलता, धार्मिक कार्य और उसकी विरासत।
फिर वो विनम्रता से इस बात को स्वीकारता है, "मैं इन सब में माहिर तो नहीं हूँ; लेकिन एक काम ज़रूर करता हूँ: बिते हुए कल को पिछें छोड़कर, अपने मंजिल की ओर आगे बढ़ता हूँ।"
आज का ‘एक काम’ यह है: कल को पिछें छोड़कर, एक नए कल की ओर आगे बढ़ो - या, डोरी के अल्फाज़ो में कहें, "बस तैरते रहो, तैरते रहो और तैरते रहो।"
यशायाह ४३:१८ के अनुसार
"बिते हुए कल की बातों में न रहना; अतीत में न उलझना”।*
लूका ९:६२ में लिखा है की, “जो कोई हल पर हाथ रख कर पीछे मुडता है या अतीत में जीता है, उसका ख़ुदा के राज्य में कोई उपयोग नहीं है”।*
हम सभी को उस उम्मीद-से-भरी डोरी जैसे होना चाहिए। अपने मुश्किलों से भरे अतीत को पीछे छोड़ कर उन चीजों की तलाश में आगे बढ़े जिसे ख़ुदा ने हमारे लिए यीशु मसीह में पहिले से ही तैयार किया है ।
आनेवाला पल, अपने बीतें हुए कल से बेहद ख़ूबसूरत है - सी. एस. लुईसदोस्त , पौलुस के अल्फ़ाजों पर गोर करने के लिए कुछ समय लें। आपके ज़िंदगी में ऐसी कौनसी बातें है जिसे आप पिछें छोड़ नही सकते है, लेकिन ख़ुदा उन्हें छोड़ने के लिए कह रहा हैं? उन्हें लिखें और फिर उस सूची को हाथ में लेकर कहें, प्यारे यीशु मसीह मैं इन चीजों को आपके लिए पीछे छोड़ता / छोड़ती हूँ। मैं अपने अतीत के साथ नही, पर आपके संग सारी उम्र जीना चाहता / चाहती हूँ!'

