यीशु मसीह में, ख़ुदा के सारें वादें हाँ और आमीन हैं - २ कुरिन्थियों १:२०

बाइबल में हमें ख़ुदा के बेहिसाब वादें नज़र आतें हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उसका सबसे अज़ीम वादा कौन सा है? वो एक वादा जो आपकी, मेरी और तमाम इंसानों की ज़िंदगी को संभाले हुए है?
आज हम ख़ुदा के एक सबसे पुराने वादे पर ग़ौर करेंगे, जो आज के ज़माने में भी हमारे लिए उतना ही अहम है। यह वही मुक़द्दस वा,है जो ख़ुदा ने अब्राहम से किया था।
*"तेरे वसीले से दुनियाभर के तमाम घराने, बरक़त पाएंगे" – उत्पत्ति १२:२-३
वो कौन है जो इस वादे को, हम सबके लिए, इतना क़ीमती बनाता है? जवाब है – यीशु मसीह!
ख़ुदा के अब्राहम से किए गए वादे को, यीशु मसीह ही मुक़म्मल करता हैं। वो जो अब्राहम की वंशज में शामिल हैं (मत्ती १:१-१७) और उस ही के ज़रिए दुनियाभर के तमाम घराने, बरक़त पाएंगे - आप और मैं भी!
यीशु मसीह महज़ पल भर का इनाम नहीं, बल्कि अब्दी बरक़त और उद्धार का सरचश्मा हैं। वो ख़ुदा का अज़ीम और आख़री वादा है क्योंकि हमारी आज़ादी उसी में है।
*"आज़ादी क़िसी और में नहीं; क्योंकि आसमान के नीचे, इंसानों के बिच और कोई दूसरा नाम नहीं हैं, जिसके ज़रिए हम उद्धार हासिल कर सकें।” – प्रेरितों के काम ४:१२
एक दिन जब हम सब इस दुनिया को पीछें छोड़ देंगे, तब सिर्फ़ एक ही वादा हमारे साथ रहेगा, सिर्फ़ एक ही वादा जो हमें इस नश्वर ज़िंदगी से अब्दी ज़िंदगी तक़ ले जाएगा - वो है, यीशु मसीह में आज़ादी और उद्धार का वादा।
यीशु मसीह सिर्फ़ आख़री वादा नहीं हैं, बल्कि वो ख़ुदा के हर वादे का "हाँ" और "आमीन" भी हैं, जो हमारे लिए सत्य और पूरी तरह से मुक़म्मल हुआ।
*"यीशु मसीह में, ख़ुदा के सारें वादें, हाँ और आमीन हैं। इसलिये उसके वसीले से आमीन भी हुई कि हमारे ज़रिए ख़ुदा की महिमा हो।" – २ कुरिन्थियों १:२०
दोस्त , आज, यीशु मसीह, आपको उसके साथ एक गहरा रिश्ता बनाने की दावत दे रहा है, जिसके ज़रिए आपको बरक़त मिले और वो आपकी अब्दी बरक़त और उद्धार का सरचश्मा बन जाएं। इस न्योते को रोज़ाना क़ुबूल करें। अगर ये सारी बातें आपके लिए नई है, तो यह हमारे बाइबल पढ़ने की योजना से शुरुआत करने का सही मौक़ा है।
(*इस प्रोत्साहन के कुछ आयत मेरे अल्फ़ाज़ और अंदाज़ में लिखे गए हैं)

