हमारी तसल्ली के लिए, ख़ुदा हर मुमकिन ज़रिया इस्तेमाल करता है!

जब जेनी और मैं डेट कर रहे थे, तो एक बार वो अपने कुछ दोस्तों के साथ रोड ट्रिप पर गई थी - ऐसे लोगों के साथ जिन्हें मैं पहले कभी नहीं मिला था। कुछ समय बाद, जब मेरी मुलाक़ात उनसे हुई, तो उन्होंने कहा, "आख़िरकार आपसे मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है! जेनी ने पूरे १३ घंटे के सफ़र में आपके बारे में इतनी बातें कीं कि हमारे कान पक़ गए!" यह सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा! 🥰
रूबरू तारीफ़ सुनने से हौसला बढ़ जाता है, लेकिन उससे भी ज़्यादा ख़ुशी तब मिलती है जब हमें पता चलता है कि लोग हमारी ग़ैर-मौजुदगी में भी हमारे बारे में अच्छी बातें कर रहे हैं।
गिदोन को भी इसी तरह ताक़त और हौसला मिला, जब उसने दुश्मन के इलाक़े में एक फ़ौजी को अपने बारे में एक सपना ज़ाहिर करते हुए सुना (न्यायियों ७:९-१५)।
"तब एक जन अपने किसी संगी से अपना स्वप्न यों कह रहा था, “सुन, मैं ने स्वप्न में क्या देखा है कि जौ की एक रोटी लुढ़कते लुढ़कते मिद्यान की छावनी में आई, और डेरे को ऐसा टक्कर मारा कि वह गिर गया, और उसको ऐसा उलट दिया कि डेरा गिरा पड़ा रहा।” उसके संगी ने उत्तर दिया, “यह योआश के पुत्र गिदोन नामक एक इस्राएली पुरुष की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है; उसी के हाथ में परमेश्वर ने मिद्यान को सारी छावनी समेत कर दिया है।” उस स्वप्न का वर्णन और फल सुनकर गिदोन ने दण्डवत् किया।"
इससे पहले, ख़ुदा ने गिदोन से कहा था, "परन्तु यदि तू चढ़ाई करते डरता हो, तो अपने सेवक फूरा को संग लेकर छावनी के पास जाकर सुन, कि वे क्या कह रहे हैं" (न्यायियों ७:१०-११)। ख़ुदा जानता था कि गिदोन के दिल से डर का आख़री अंश मिटाने और उसे जंग के लिए पूरी तरह राज़ी करने के लिए उसे यह सपना सुनने की ज़रूरत है।
ख़ुदा ने गिदोन से यह नहीं पूछा कि इतनी बार तुझे हिम्मत और तस्सल्ली दी, चमत्कार दिखाए, फिर भी तेरा ईमान कमज़ोर क्यों है (न्यायियों ६); बल्कि, उसने उसे अनोखे अंदाज़ से दिलासा दिया।
हमारा ख़ुदा हिम्मत और हौसला देने वाला है और वह हमें मज़बूत करने के लिए किसी भी ज़रिए का इस्तेमाल कर सकता है—यहाँ तक कि हमारे दुश्मनों के ज़रिए भी!
दोस्त , क्या आपको आज हौसले की ज़रूरत है? अपने डर को ख़ुदा के सामने रखें और उससे माँगें कि वह आज आपको किसी अनोखे अंदाज़ से दिलासा दे!

