ख़ुदा अकसर उन्हें चुनता है जो नज़रअंदाज़ और कम समझे जाते हैं।

कई साल पहले, जब मैंने महसूस किया कि ख़ुदा मुझे हिंदी वर्शिप गीत लिखने के लिए बुला रहा है, तो मेरा पहला जवाब यह था...
"ख़ुदा, तूने ग़लत इंसान को चुना है! मैं तो अच्छे से हिंदी भी नही बोल पाता हूँ।"
ख़ुदा के इस बुलाहट ने मुझे एक उलझन में डाल दिया था क्योंकि बचपन से ही मेरे माता-पिता ने मुझे सिर्फ़ अंग्रेजी सिखने और बोलने के लिए प्रोत्साहित किया था। मुझे उस वक़्त यह महसूस हुआ की ख़ुदा ने मुझे हिंदी वर्शिप लीडर चुनकर सच में बड़ी ग़लती की है।
लेकिन कई सालों बाद मैंने यह सिखा हैं - ख़ुदा अकसर उन्हें चुनता है जो नज़रअंदाज़ और कम समझे जाते हैं।
- दाऊद अपने भाइयों में सबसे छोटा था और उसे भेड़ों की रखवाली के लिए छोड़ दिया गया था। लेकिन, ख़ुदा ने उसे इज्राएल का राजा बनने के लिए चुना था। (१ शमूएल १६:१०-११)
- मूसा एक राजकुमार था, मगर हकलाता था और एक क़त्ल करने के बाद फ़रार हो गया था। इसके बावजूद, ख़ुदा ने उसे इज्राएल के लोगों को ग़ुलामी से छुड़ाने के लिए चुना था। (निर्गमन ३)
- यिर्मयाह ने कहा, “मैं तो बोलना भी नहीं जानता, क्योंकि मैं लड़का ही हूँ।” जब ख़ुदा ने उसे एक नबी होने के लिए चुना - (यिर्मयाह १:६)
और फिर था गिदोन, जिसने ख़ुदा के बुलाहट पर यह कहा…
“हे मेरे प्रभु, विनती सुन, मैं इस्राएल को कैसे छुड़ाऊँ? देख, मेरा कुल मनश्शे में सबसे कंगाल है, फिर मैं अपने पिता के घराने में सबसे छोटा हूँ।” (न्यायियों ६:१५)
इस पर ख़ुदा का जवाब यह था… "निश्चय मैं तेरे संग रहूँगा" – (न्यायियों ६:१६)।
ख़ुदा ने बढ़ा-चढ़ाकर जवाब नहीं दिया, न ही गिदोन के क़ाबिलियत को ज़ाहिर किया और न ही उसकी कमज़ोरियों पर बहस की। ख़ुदा क़े जवाब ने बस यह एलान किया की: “मैं तेरे संग हूँ।"
दोस्त , ख़ुदा के इस वायदे को हमेशा याद रखें! गिदोन की तरह क्या आप अपने आपको छोटा, कमज़ोर और नाक़ाबिल महसूस करते है? क्या आप ऐसी मुसीबतों का मुक़ाबला कर रहे है जो आपके समझ से परे है? ख़ुदा आज आपसे कहता है, दोस्त "निश्चय मैं तेरे संग रहूँगा"। अपने कमज़ोरियों पर नहीं बल्क़ि मेरी बेशुमार ताक़त पर नज़र लगाओ।”
यह गीत आपको यह याद दिलाए कि ख़ुदा आपके साथ है और उसने आपका हाथ थामा हैं!

