जिस तरह पिता ने मुझसे मोहब्बत की है, उसी तरह मैंने आपसे भी की है। यहुन्ना - १५:९

क्या आप दिन में नियमित रूप से ब्रेक लेते हैं? कॉफ़ी ब्रेक, लंच ब्रेक, या फिर बाथरूम ब्रेक आदि.? ये ब्रेक ज़रूरी हैं ताकि आप आराम कर सकें, ताज़गी प्राप्त कर सकें या बस हल्का महसूस कर सकें 🤭।
मगर एक और तरह का ब्रेक होता है, जो ज़रूरी है, जिसे हम अकसर नज़रअंदाज़ कर देते हैं या पूरी तरह भूल जाते हैं: वो है "लव ब्रेक", "लव से ब्रेक” नहीं। आप ज़रूर सोच रहे होंगे कि यह क्या है..."लव ब्रेक" का मतलब है कि जैसे ब्रेक के वक़्त आपके शरीर और मन को आराम मिलता है वैसे ही आपकी रूह को भी सुकून मिलें और जानें की आपसे कोई बेहद मोहब्बत करता है।
"लव ब्रेक" आपको यीशु मसीह की मोहब्बत का स्वाद चखने का मौक़ा देता है।
दोस्त दिन के किसी भी वक़्त, चाहे आप कहीं भी हों, कुछ समय निकालें:
- उसके क़दमों में बैठें। (लूका १०:३९-४२)
- उसकी हुज़ूरी में जश्न मनाएं। (भजन संहिता ३२:११)
- उसके क़लाम पर मनन करें। (यहोशू १:८)
दोस्त उसकी प्यारी आवाज़ सुनें जो आपको कह रही है, *“जिस तरह पिता ने मुझसे मोहब्बत की है, उसी तरह मैंने आपसे भी की है; मेरे क़ामिल मोहब्बत में बने रहो।” (यूहन्ना १५:९)
आपके व्यस्त दिन से कुछ वक़्त निकालकर इस पर ग़ौर करें की यीशु मसीह के कांधे पर आपका सिर है और उसकी बे-मिसाल मोहब्बत की चादर ने आपको ढक लिया है! मुस्कुराइए – ख़ुदा आपसे बेहद मोहब्बत करता है।
क्या आप मेरे साथ यह दुआ करेंगे?... "ऐ आसमानी पिता, मुझे तेरी हुज़ूरी में जश्न मनाने और तेरी बे-मिसाल मोहब्बत हर पल महसूस करने में मदद कर! यीशु मसीह के नाम से, आमीन।”
(*इस प्रोत्साहन के कुछ आयत मेरे अल्फ़ाज़ और अंदाज़ में लिखे गए हैं)

