यीशु मसीह आपके डर में आपसे मुलाक़ात करेगा

क्या आपने कभी जोश से भरी भीड़ देखी है?२००७ में, येशुआ मिनिस्ट्रीज़ ने काठमांडू में एक वर्शिप कॉन्सर्ट किया था, जहाँ ३०,००० से ज़्यादा लोग हाज़िर थें। सुरक्षा के लिए ५०-मीटर की बैरिकेड लगाई गई थी, मगर लोग हमें क़रीब से देखने के लिए बेचैन हो गए और भीड़ उग्र होकर बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने लगी। मेरे दूसरे गीत के बीच में, फ़ौज को मुझे स्टेज से उतारना पड़ा और पूरी टीम को फ़ौजी गाड़ियों में सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। 😨
यह भीड़ तो ज़्यादा जोशीले चाहने वालों की थी, मगर मैं सोच भी नहीं सकता कि अगर यह भीड़ आक्रमक और ग़ुस्से से भरी होती तो क्या होता। यीशु मसीह के मुक़दमे के दौरान भी ऐसा ही कुछ हुआ था - वही लोग जो पहले उसकी जय जयकार और तारीफ़ कर रहे थे, अचानक उसके ख़िलाफ़ हो गए और उसकी क्रूस की सज़ा के लिए चिल्लाने लगे (मत्ती २७:२२-२४)।
इसमें हैरानी की कोई बात नहीं, कि इन घटनाओं के बाद चेलों ने मौत के डर से, ख़ुद को बंद दरवाज़े के पिछें छुपा लिया। उन्होंने अपने गुरु को बेदर्दी से क्रूस पर चढ़ते देखा था और उन्हें लग रहा था कि अगला नंबर उनका भी हो सकता है (यूहन्ना २०:१९)।
मगर, फिर एक चमत्कार हुआ - जबकि दरवाज़े बंद थे, तभी यीशु मसीह वहाँ आकर उनके बीच खड़ा हो गया और उनसे बोला, “तुम्हें शांति मिले।” (यूहन्ना २०:१९)।
आम तौर पर, यीशु मसीह किसी बंद दरवाज़े को ज़बरदस्ती खोलता नहीं हैं, बल्कि इंतज़ार करता हैं कि उसे अंदर बुलाया जाएँ (प्रकाशितवाक्य ३:२०)। मगर इस कहानी में हम उसके एक ख़ूबसूरत पहलू को देखते हैं। चेलों का डर और बंद दरवाज़े, यीशु मसीह को उनसे मिलने से रोक नहीं सके।
दोस्त , क्या आपकी ज़िंदगी में भी कोई ऐसे "दरवाज़े" हैं जो डर की वजह से बंद है? पवित्र आत्मा से दुआ करें कि वह उन बंद दरवाज़ों को ज़ाहिर करें।
मेरे पास आपके लिए एक खुशख़बरी है - आपकी ज़िंदगी की ऊँची दीवारें और बंद दरवाज़े, यीशु मसीह को आपके क़रीब आने से कभी नहीं रोक सकते। जब आपको उन्हें खोलना नामुमकिन लगे, तब भी यीशु मसीह के पास उस उलझन को सुलझाने के अनगिनत तरीक़े हैं। उसके मोहब्बत में वो ताक़त है जो हर बाधा को पार कर सकती है और हर बंद दरवाज़े को खोल सकती है, चाहे वह कितना भी मज़बूत क्यों न हो।
दोस्त , आज यीशु मसीह, आपके डर के बंद दरवाज़े पर दस्तक देते हुए आपसे कह रहा है, “तुम्हें शांति मिले! मुझे इजाज़त दो कि मैं अपने मुक़म्मल मोहब्बत से आपके हर डर को मिटा दूं!"

