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Publication date 21 अप्रै. 2025

यीशु मसीह आपके ग़म में आपसे मुलाक़ात करेगा।

Publication date 21 अप्रै. 2025

हालेलुया, यीशु मसीह ज़िंदा हुआ हैं! ✨ उम्मीद है कि आपका ईस्टर, जश्न और खुशियों से भरा था।

हम यीशु मसीह के पुनरुत्थान का जश्न, अब खुशियों के साथ मनाते है, लेकिन क्या आपने कभी एक पल के लिए यह सोचा है, कि यीशु मसीह के क्रूस पर चढ़ाए जाने के बाद के दिनों में, उसके चेलों ने क्या महसूस किया होगा? - शायद गहरा सदमा, तन्हाई, निराशापन और मायूसी।

यीशु मसीह ने, पुनरुत्थान के बाद, भीड़ में जाकर सार्वजनिक ऐलान करने के बजाय, सबसे पहले अपने क़रीबी लोगों का ख़याल रखा, उनसे उनके ग़म, शक और दुख में मुलाक़ात की।

आने वाले पाँच दिनों में, हम यीशु मसीह के पुनरुत्थान के बाद के पाँच ज़बरदस्त मुलाक़ातों को देखेंगे।

पहली मुलाक़ात मरियम मगदलीनी के साथ थी। (यूहन्ना २०:११-१८)

मरियम, टूटे दिल और आँसुओं से भरा चेहरा लिए, उस ख़ाली क़ब्र के पास खड़ी थी। उसने सब कुछ खो दिया था - अपना रब्बी और उसके साथ उम्मीद और भविष्य भी। उसे इस बात का एहसास भी नहीं था कि यीशु मसीह जी उठा है। उसकी नज़र में सब कुछ ख़त्म हो चुका था और उसके सामने सिर्फ़ एक खाली क़ब्र थी।

जब मरियम वहाँ रो रही थी, उस क़ब्र के पास जो उसकी ज़िंदगी के सबसे बड़े खालीपन और नुक़सान की निशानी थी, यीशु ने उससे कहा, “हे स्त्री, तू क्यों रो रही है? तू किसे खोज रही है?” (यूहन्ना २०:१५)

यीशु मसीह ने मरियम के आँसू देखे और उसके दर्द को महसूस किया, फिर उसने ख़ुद को ज़ाहिर करते हुए, उसे नाम से पुकारा (यूहन्ना २०:१६)।

यीशु मसीह का, मरियम के साथ उस खाली क़ब्र के पास मुलाक़ात करना, हमें हमारी अपनी "ख़ाली क़ब्रों" पर ग़ौर करने का न्योता है। क्या आपकी ज़िंदगी में ऐसा कोई मायूसी, दर्द या ग़म है, जो इतना गहरा है कि आपको नहीं पता कि यह कब ख़त्म होगा या इसका अंजाम क्या होगा?

दोस्त , आज, यीशु मसीह आपसे मुलाक़ात करना चाहता है। वह आपके आँसू सिर्फ देख ही नही रहा है - बल्कि, उन्हें एक कुप्पी (बोतल) में इकट्ठा भी कर रहा है (भजन सहिंता ५६:८)।

मरियम की तरह, उस खालीपन को महसूस करते हुए, अपने आँसुओं को बहने दो। यह यक़ीन करें, कि यीशु मसीह आपके दर्द, तन्हाई और जज़्बातों के बीच, आपका नाम पुकार कर, आपसे मुलाक़ात करेगा।

आप एक चमत्कार हैं।

Cameron Mendes
Author

Worship artist, singer-songwriter, dreamer and passionate about spreading the Gospel.