यीशु मसीह का ख़ून बहा ताकि हम नई ज़िंदगी पा सकें

अब हम लगभग ‘यीशु मसीह ने हमारे लिए क्यों ख़ून बहाया ’ इस सीरीज़ के आख़री भाग में पहुँच चुके है और कल ईस्टर है। ✝️ मुझे आपसे सुनना अच्छा लगेगा, अगर अब तक आपने इस सीरीज़ का आनंद लिया है और इससे आपको यीशु मसीह की क़ुर्बानी पर कोई नया प्रकटीकरण मिला है।
आज हम यीशु मसीह के सातवीं और आख़री बार खून बहाने की अहमियत को समझेंगे।
क्रूस पर मरना एक लंबी और दर्दनाक प्रक्रिया थी। मौत को तेज़ करने के लिए, रोमी सिपाही अकसर क्रूस पर लटकाए गए लोगों की टाँगें तोड़ देते थे, जिससे वे कुछ ही मिनटों में दम घुटने से मर जाते। उन्होंने यीशु मसीह के साथ लटकाए गए दो मुजरिमों की टाँगें तोड़ दीं, लेकिन जब वे यीशु मसीह के पास आए, तो देखा कि वह पहले ही मर चूका था :
“परन्तु जब यीशु के पास आकर देखा कि वह मर चुका है, तो उसकी टाँगें न तोड़ीं। परन्तु सैनिकों में से एक ने बरछे से उसका पंजर बेधा, और उसमें से तुरन्त लहू और पानी निकला। ये बातें इसलिये हुईं कि पवित्रशास्त्र में जो कहा गया वह पूरा हो, “उसकी कोई हड्डी तोड़ी न जाएगी।” फिर एक और स्थान पर यह लिखा है, “जिसे उन्होंने बेधा है, उस पर वे दृष्टि करेंगे।” – यूहन्ना १९:३३-३४, ३६-३७
यीशु मसीह की पसली में भाला चुभाए जाने की यह घटना, आदम और हव्वा के संदर्भ को दर्शाती है, जब ख़ुदा ने आदम की पसली से हव्वा का निर्माण किया था (उत्पत्ति २)।
ख़ून और पानी का एक साथ में बहना, एक बच्चा देनेवाली माँ के प्रसव के वक़्त, पानी फूटने की निशानी है। ये दोनों घटनाएँ नई ज़िंदगी को दर्शाती हैं।
बाइबल दुबारा जन्म लेने (यूहन्ना ३:३-५) और एक नई सृष्टि बनने के बारे में बात करती है (२ कुरिन्थियों ५:१७-१८)।
यीशु मसीह की मौत हमें यह मौक़ा देती है कि हम अपनी पुरानी ज़िंदगी को हमेशा के लिए छोड़कर, यीशु मसीह में एक नई सृष्टि बन जाएँ, जैसे की हमने दुबारा जन्म लिया है!
“इसलिये यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है : पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, सब बातें नई हो गई हैं। ये सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेलमिलाप कर लिया, और मेलमिलाप की सेवा हमें सौंप दी है।” – २ कुरिन्थियों ५:१७-१८
यीशु मसीह के ख़ून का आख़री कतरा अंत नहीं, बल्कि यह एक नई ज़िंदगी की शुरुआत थी! 🌿 क्या आप आज इस नई ज़िंदगी को हासिल करना चाहोगे?
आईए, मेरे साथ यह दुआ करें:
"ऐ आसमानी पिता, आज मैं अपने पुराने रास्तों को छोड़ने का फ़ैसला करती हूँ और यीशु मसीह में दुबारा जन्म लेने और एक नई सृष्टि बनने का तोहफ़ा क़बूल करती हूँ। यीशु मसीह के नाम में, आमीन।"

