यीशु मसीह ने आपकी सुलह के लिए ख़ून बहाया

आज गुड फ़्राइडे है, वह दिन जब तक़रीबन २००० साल पहले, यीशु मसीह ने हमारे लिए क्रूस पर अपनी जान क़ुर्बान की।
मुझे हमेशा से ही ये सवाल था कि हम इस दिन को “गुड”(बेहतरीन) क्यों कहते हैं? हक़ीक़त में, यह दिन हमारे राजा, यीशु मसीह के लिए, अकल्पनीय जिस्मानी और मानसिक तकलीफ़ का दिन था, जब उसने हमारे लिए एक दर्दनाक मौत को गले लगाया।
फिर भी… वो एक बेहतरीन दिन था। इतिहास का सबसे बेहतरीन दिन - जब यीशु मसीह ने वो अंजाम दिया जो किसी के बस में नही था - ख़ुदा से हमारा टूटा हुआ रिश्ता फिर से जोड़ दिया।
यीशु मसीह ने अपनी ज़िंदगी के आख़री १८ घंटों में छठी बार ख़ून तब बहाया, जब उसे क्रूस पर कीलों से जड़ दिया गया।
"वह हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया।” – यशायाह ५३:५
"अपराध" का एक और अनुवाद "बग़ावत" भी किया जा सकता है, यानी किसी हुकूमत या सत्ता के ख़िलाफ़ बग़ावत या जंग लड़ना। जब भी हम गुनाह करते हैं, हम ख़ुदा के अधिकार और हुकूमत के ख़िलाफ़ बग़ावत करते हैं।
"जो व्यक्ति पाप करता है, वह अधर्म का कार्य करता है; क्योंकि पाप का अर्थ है अधर्म का साथ देना।" – १ यूहन्ना ३:४
बग़ावत हमेशा बाग़ी और उसके विरोधी के दरमियान एक दरार पैदा कर देती है। यही गुनाह भी करता है - हमें ख़ुदा से जुदा और दूर कर देता है।
"जो कोई उन में निवास करता है, वह पाप नहीं करता। जो कोई पाप करता है, उसने उन्हें नहीं देखा है और वह उन्हें नहीं जानता।" – १ यूहन्ना ३:६
हमारे अपराधों के कारण, यीशु मसीह के घायल होने से, ख़ुदा के साथ, हमारा टूटा हुआ रिश्ता फिर जुड़ गया।
"हम शत्रु ही थे, जब परमेश्वर के साथ हमारा मेल उसके पुत्र की मृत्यु द्वारा हो गया था; और परमेश्वर के साथ मेल हो जाने के बाद उसके पुत्र के जीवन द्वारा निश्चय ही हमारा उद्धार होगा। इतना ही नहीं, अब तो हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा परमेश्वर से हमारा मेल हो गया है; इसलिए हम उन्हीं के द्वारा परमेश्वर पर भरोसा रख कर गौरव करते हैं।" – रोमियों ५:१०-११
दोस्त , यह दिन यीशु मसीह के लिए भी गुड फ़्राइडे बन गया, क्योंकि, उसके बेरहम मौत से भी कई ज़्यादा, हमारे और ख़ुदा बाप के बीच की जुदाई, दर्दनाक थी।
उसकी आपके लिए बेशुमार मोहब्बत और आपको ख़ुदा बाप के क़रीब लाने की ख़्वाहिश, मौत से भी ज़्यादा ताक़तवर है!
यीशु मसीह के पाक़ लहू की क़ुर्बानी को याद करते हुए इस गीत को सुनें।

