ख़ुदा ताक़तवर हैं... उसके क़लाम के ज़रिए

क्या कभी ऐसा लगता है कि आप कुछ बोल रहे हैं, लेकिन आपके बातों का कोई असर नहीं हो रहा हैं? माता-पिता इस निराशा को ख़ास तौर पर समझते हैं। अपने बच्चों को एक ही बात सौ बार बतानी पड़ती है, जैसे "चिल्लाओ मत," "अपने भाई-बहन को सताओ मत," या "खिलौने मिल बांटकर खेलों ," और फिर भी वे याद नहीं रखते। कितना अच्छा होता कि हमारे कहने से तुरंत असर होता, है ना?
लेकिन ख़ुदा के अल्फाज़ कभी बेअसर या निष्फल नहीं होतें हैं: उसका का हर वचन मुक़म्मल होता है!
"उसी प्रकार से मेरा वचन भी होगा जो मेरे मुख से निकलता है; वह व्यर्थ ठहरकर मेरे पास न लौटेगा, परन्तु जो मेरी इच्छा है उसे वह पूरा करेगा, और जिस काम के लिये मैं ने उसको भेजा है उसे वह सफल करेगा।" – यशायाह ५५:११
जो ख़ुदा बोलता हैं, वही होता हैं! उसके आवाज़ से ही सारी क़ायनात का निर्माण हुआ है! वो ही शक्तिशाली ख़ुदा है और इस गीत में उसके ताक़त का ज़िक्र हुआ हैं। ख़ुदा के वचन से अधिक शक्तिशाली कुछ भी नहीं है!
“आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।” (यूहन्ना १:१)।
ख़ुदा का वचन शक्तिशाली है क्योंकि यह:
- दिल की बातों और भावनाओं को समझता है (इब्रानियों ४:१२)
- आपके दिल और आत्मा को पोषण देता है (मत्ती ४:४)
- आपके लिए राहों का नूर है (भजन संहिता ११९:१०५)
- सत्य के साथ आपको पाक़ करता है (यूहन्ना १७:१७)
- अनंतकालीन है (मत्ती २४:३५)
ख़ुदा ने आपको अपना वचन दिया है, जो ज़िंदा और शक्तिशाली है। यह दोधारी तलवार से भी अधिक प्रभावशाली और तेज़ है (इब्रानियों ४:१२)।
जब आप मुश्किल समय से गुज़र रहे हैं, ख़ुदा के वचन को एलान करें जो शक्तिशाली है। यह दुनिया का हथियार नहीं, एक दैवी और आत्मिक हथियार है (२ कुरिन्थियों १०:४)!
दोस्त , आइए मेरे साथ दुआ करें... "ऐ आसमानी पिता, तेरे सामर्थी वचन के लिए शुक्रिया, जिसे मैं किसी भी वक्त क़बूल कर सकता हूँ! इस शक्तिशाली हथियार के लिए मैं तेरा शुक्रगुज़ार हूँ। यीशु मसीह के नाम में, आमीन।"

