हे यहोवा तूने मुझे जाँच कर जान लिया!

चाहे आप किसी से कितनी भी मोहब्बत करें - जैसे आपके माता-पिता, पति-पत्नी, भाई-बहन, बच्चे या दोस्त - वो कभी-ना-कभी आपको परेशान करेंगे, है ना? एक तरफ़, तो आप उनके लिए जान भी दे सकते हैं और दूसरी तरफ़, वो आपका दिल दुखा भी सकते हैं। 🤪 अपनों से कभी-कभी नाराज हो जाना बिल्कुल आम बात है; आख़िर हम सब इंसान ही तो हैं।
लेकिन शुक्र है कि ख़ुदा, खुदा है, इंसान नहीं है! 😉 यह कितना अद्भुत है कि वह हमसे कभी नहीं थकता, चाहे हम उससे कितनी भी बातें साझा करें, या उससे कुछ मांगें। वो हमारी कच्ची और बिना सोच विचार की बातों से परेशान नहीं बल्कि बेहद खुश होता हैं!
"हे प्रभु, तूने परख कर मुझे जान लिया!तू मेरा उठना और बैठना जानता है,तू दूर से ही मेरे विचार समझ लेता है।तू मेरी यात्राओं और विश्राम-स्थलों का पता लगा लेता है,तू मेरे समस्त मार्गों से परिचित है।मेरे मुंह में शब्द आने भी नहीं पाता,कि तू उसे पूर्णत: जान लेता है।तू आगे-पीछे से मुझे घेरता,और मुझपर अपना हाथ रखता है।प्रभु, यह ज्ञान मेरे लिए अद्भुत है, बहुत गहरा है,उस तक मैं नहीं पहुंच सकता।" – भजन संहिता १३९ :१ - ६
दोस्त , कल्पना करें की आसमान खुदा अपने तख़्त पर बेक़रार होकर बैठा है, आपको मोहब्बत से भरी नजरों से देख रहा है, आपकी हर हरकत पर जश्न मना रहा है और आपकी आवाज सुनने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
ख़ुदा आपसे कभी थकता नहीं बल्कि आपको बेहद चाहता है। वह आपको अपनी मुकम्मल, सब्र से भरी, सम्पूर्ण और बेशर्त मोहब्बत से नवाज़ना चाहता है।
दोस्त , आइए आज हम एक अलग अंदाज से ख़ुदा के मोहब्बत की गुज़ारिश करें: "ऐ आसमानी पिता, तेरी अविश्वसनीय और मुकम्मल मोहब्बत के लिए शुक्रिया। क्या तू अपने पवित्र आत्मा के ज़रिये मुझे फिर से अपनी उसी मोहब्बत से उमड़ देगा? आमीन।"

