अद्भुत इनायत है कैसी तेरी मधुर ध्वनि

मुझे आपसे एक सवाल पूछना है: पहले क्या आया - मुर्गी 🐔 या अंडा 🥚? अगर आपने कहाँ ‘अंडा’ तो मैं पूछुंगा की ‘अंडा’ किसने दिया? और अगर आपने कहाँ की ‘मुर्गी’ तो मैं पूछुंगा ‘मुर्गी’ कहाँसे आयी? बड़ा ही चालाकी-भरा सवाल है ना?
आइए, बाइबल में एक जन्म-से-अंधे आदमी का उदाहरण देखें जिसने एक माहिर तरीके से, चालाकी-भरा सवाल का क्या कमाल जवाब दिया।
हम यूहन्ना ९ में पढ़ते हैं कि कैसे यीशु मसीह ने एक जन्म-से-अंधे आदमी को चंगा करके एक नाक़ाबिल-ए-यकीन चमत्कार का प्रदर्शन किया था। यह शब्बात के दिन किया गया चमत्कार धार्मिक नेताओं के बीच एक सवाल पैदा करता है, कि क्या यह वास्तव में खुदा की ओर से है?
यूहन्ना ९:२२ में लिखा है, फरीसि और यहूदी लोग, जो पहले से ही यीशु मसीह के सेवकाई के खिलाफ थे, यह आदेश देते है कि “जो कोई भी यीशु को मसीहा के रूप में स्वीकार करेगा, उसे आराधनालय से बे-दखल किया जाएगा”।* चंगा हुआ आदमी एक पेचीदा स्थिति में पड़ गया था जब उन नेताओं ने उससे घेरकर यह पूछा कि “क्या यीशु पापी है या नबी है”?
यूहन्ना ९:२५ में लिखा है, उस आदमी ने बड़ा ही कमाल का जवाब देते हुए कहाँ: "उसने उत्तर दिया, “मैं नहीं जानता कि वह पापी है या नहीं; मैं एक बात जानता हूँ कि मैं अंधा था और अब देखता हूँ।” जब आपके ईमान पर सवाल उठे, तो सबसे समझदारी-भरा काम यह होगा कि आपके जिंदगी में खुदा के द्वारा किए गए नाक़ाबिल-ए-यकीन कामों पर स्थिर रहें।
जहाँ खुदा के बारे में चर्चा हो वहाँ मसीही लोगों के लिए, अतिधार्मिक या अन्य विश्वासियोंके के साथ शामिल होना, ख़तरनाक और ललचानेवाला हो सकता है।याद रखें, कोई भी आपके जिंदगी की गवाही को विवादित नहीं कर सकता है और चुनौती भी नहीं दे सकता है!
यह कहानी मुझे एक सबसे ख़ूबसूरत गीत की याद दिलाती है, ‘अमेझिंग ग्रेस’ (अद्भुत इनायत):
अद्भुत इनायत है कैसी तेरी मधुर ध्वनि, मुझ जैसे पापी को बचाया,मैं जो खोया था, मुझे ढूंड लिया, मैं जो अंधा था, मुझे रोशन किया।
दोस्त , आइए इस गीत को सुनते हुए, खुदा के नाक़ाबिल-के-यकीन कार्यों को याद करें।[Image]

