जो अपने दिल को यहोवा के साथ लिपटकर उलझता हैं, वही दैव्य ताकत हासिल करता हैं

मेरा सबसे पसंदीदा आयत, खुदा का इंतज़ार करने के बारे में, यशायाह ४०:३१ है। यह उम्मीद और वायदों से भरा है और इसमें लिखा है:
“जो याहवेह का इंतज़ार करेगा उसे दैव्य ताकत हासिल होगी वह उकाबों की नाई उड़ेगा ; वह दौड़ेगा, किंतु श्रमित न होगा , चलेगा , किंतु थकित न होगा।”*
बाइबल अंग्रेज़ी भाषा में नहीं लेकिन हिब्रू भाषा में लिखी गई थी, और कुछ आयत के कई अर्थ हो सकते हैं। यहां “इंतजार” के लिए "कावा" हिब्रू शब्द का इस्तेमाल हुआ है, जिसका मतलब देखना, इकट्ठा करना और लिपटकर उलझना है।
यशायाह यहाँ निष्क्रिय इंतजार की बात नहीं लेकिन खुदा के और करीब आने और उसके संग लिपटकर उलझने की बात कर रहा है।
अंग्रेजी बाइबल के ‘द पॅशन ट्रांसलेशन’ में यही आयत इस तरह लिखी है:
"जो अपने दिल को यहोवा के साथ लिपटकर उलझता हैं, वही दैव्य ताकत हासिल करता हैं।"
यह इंतजार, डॉक्टर के क्लिनिक में अपनी बारी का इंतजार करने जैसा नहीं हैं बल्कि कायम का इंतजार करते रहना हैं। यह उम्र भर खुदा का इंतजार करते हुए जीने का तरीका है।
जैसे एक पेड़ धीरे-धीरे बढ़ता है, समय के साथ उसकी जड़ें और गहरी और आपस में उलझ जाती हैं, वैसे ही खुदा चाहता हैं कि हम उसके साथ गहराई से जुड़े रहें कि हमें कोई उससे अलग न कर सके जिससे हम उनके साथ एक हो जाएं यहुन्ना १७:२०-२१।
दोस्त , जितना आप सक्रिय रूप से खुदा का इंतजार करेंगे, आपकी जड़ें उसमे उतनी ही गहरी होंगी।
जब आप खुदा का इंतजार करते हैं, आप इस तरह बन जाते हैं:
“वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है, और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरुष करे वह सफल होता है।” – भजन संहिता १:३
आओ हम साथ में दुआ करें: “हे स्वर्गीय पिता, आपके इंतजार में आपके अद्भुत वायदों के लिए शुक्रिया। हमें हर दिन आपके और करीब आने में मदद कर। हम आपसे जुड़े रहने के अलावा और कुछ नहीं चाहते।”(*इस प्रोहत्सान के कुछ आयात मेरे अल्फ़ाज़ और अंदाज़ में लिखे गए हैं)

