ख़ुदा आपके अंदर रहना और आपके साथ एक होना चाहता हैं

क्या आपका कोई ख़ास दोस्त या पसंदीदा रिश्तेदार कहीं दूर रहता हैं? हाल ही में, मैं अपने परिवार से दूर, विदेश में १० साल से भी ज़्यादा समय तक रही हूँ और मुझे उनकी बहुत याद आती थी!
हर रिश्ते का एक अहम पहलू, क़रीबी हैं: मतलब, उस व्यक्ति के क़रीब रहना जिसे आप दिलोजान से मोहब्बत करते हैं। जो कोई भी अपनों से दूर रहा है, वही बता सकता कि यह आसान नहीं है।
ख़ुदा की सर्वव्यापकता की ख़ूबसूरत बात यह है कि वह हर वक़्त आपके क़रीब है, चाहे आप कहीं भी हों।
सफन्याह ३:१७ में लिखा है:“तेरा प्रभु परमेश्वर तेरे मध्य में विराजमान है। वह महायोद्धा है। वही विजय प्रदान करता है।वह तुझसे प्रसन्न होगा, आनन्दित होगा।वह अपने प्रेम में तुझे पुन: संजीव करेगा।तुझे आनन्दित देख, उत्सव के दिन की तरहवह आनन्द-विभोर हो उठेगा।”
ख़ुदा, हमारे साथ और हमारे क़रीब है, यह बात पर इतनी अहमियत रखती है की उसने अपने बेटे यीशु मसीह को, विभिन्न नामों के साथ, ‘इम्मानुएल’ नाम दिया, जिसका अर्थ है ‘ख़ुदा हमारे साथ है’ (मत्ती १:२३, यशायाह ७:१४)।
भजन संहिता ५६:८ के अनुसार: ख़ुदा हमारे आंसुओं को एक बोतल में इकट्ठा करता है। किसी के आँसू इकट्ठा करने के लिए उनके बहुत क़रीब रहना पड़ता है। यह एक सच्ची कोमलता और ख़ूबसूरत क़रीबी का रिश्ता निभाने का कार्य है।
लेकिन इसका अर्थ और भी गहरा है। ख़ुदा सिर्फ आपके क़रीब ही नहीं, बल्कि यीशु मसीह के ज़रिए, आपके अंदर रहना और आपके साथ एक होना चाहता है!
यूहन्ना १७:२२-२३ में यीशु मसीह अपने स्वर्गीय पिता और ख़ुदा से कहता हैं: “वह महिमा जो तू ने मुझे दी, मैं ने उन्हें दी है, कि वे वैसे ही एक हों जैसे कि हम एक हैं, मैं उन में और तू मुझ में”।
दोस्त शायद इस वक़्त आपका कोई ख़ास दोस्त या पसंदीदा रिश्तेदार कहीं दूर हैं, लेकिन याद रहे की ख़ुदा हमेशा आपके क़रीब है। वह कोई दूर रहनेवाला या बेपरवाह ख़ुदा नहीं है, वह आपसे दिलोजान से जुड़ना चाहता है।

